'घुमा-फिराकर यही पूछोगे कि मेरा बच्चा कब होगा'-सलमान खान



दबंग सलमान खान इंटरव्यू के दौरान वाकई बहुत दबंगई दिखाते हैं। उनसे शादी वाला सवाल पूछना जितना मुश्किल है, वह उसका उतना ही मुश्किल जवाब देते हैं। इसके अलावा, उन्होंने हमें बताया कि 'दबंग-2' में कितनी कमाई करना चाहते हैं-


'दबंग' वन में चुलबुल पांडे की कहानी की हैपी एंडिंग हो गई थी। अब 'दबंग-2' में नया क्या होगा?
यह बात तो सही है कि दबंग में सारी चीजें लास्ट में ठीक हो गई थी, लेकिन इसी को हमने चैलेंज मानकर 'दबंग-2' शुरू कर दी। 'दबंग' वन में बहुत अडवांटेज थे। उसमें बहुत कुछ दिखाने का स्कोप था। दूसरे पार्ट में हीरो-हिरोइन की शादी हो गई है। हिरोइन प्रेगनेंट भी है। इमोशन को भुनाने के चांस बहुत कम थे। विलन को लेकर भी क्रिएटिव होना था। स्क्रिप्ट लेवल पर बहुत चैलेंज थे, लेकिन हमने इसमें इतनी मेहनत की ताकि लोगों को ऐसा न लगे कि ये सीन तो 'दबंग' वन में भी देख चुके हैं। चैलेंज यह भी था कि कहीं इतनी नई भी न बन जाए कि पहली मूवी से इसे कनेक्ट ही न कर पाएं।

तो क्या नया है?
चैलेंज यह था कि या तो मैं इसे बॉन्ड फिल्मों की तरह बनाता, जिसमें कैरेक्टर वही होता है, कहानी चेंज हो जाती है। बॉलिवुड में ऐसा मुन्ना भाई कर चुके थे। दूसरा ऑप्शन यह था कि 'डाई हार्ड' या फिर 'रॉकी' जैसी फिल्म बनाता, जिसमें किरदार वही होता है। यहां मुश्किल यह थी कि हिरोइन शादीशुदा है और प्रेगनेंट भी। तो हमने इसमें शादीशुदा कपल का रोमांस दिखाया है। प्यार ऑफिशल हो जाता है शादी के बाद तो फिर खुलकर किया जा सकता है।

'दबंग' आपका ब्रैंड बन गया...
'दबंग' वन जब बन रही थी तो इसकी नेगेटिव पब्लिसिटी बहुत की थी। लोग कहने लगे थे 'दबंग' को कोई नहीं समझेगा। फिल्म रूरल बैकग्राउंड पर है। डूब जाएगी। आप फिल्म इंडस्ट्री को डुबो देंगे। फिल्म की स्क्रिप्ट तीन चार बड़े प्रॉडक्शन हाउसों में घूम चुकी थी। फिर भी हमने ये रिस्क लिया। मेरे दोस्तों ने मुझे मना किया था कि ऐसा रिस्क मत लो। लेकिन बाद में प्रोमोज आए तो सबको पसंद आए। यह पहला सीक्वल है, जो मैं कर रहा हूं।

रूरल बैकग्राउंड के कारण यह 70-80 के दशक के जॉनर की लगती है।
ऐसा नहीं है। 70-80 के दशक की हिंदी फिल्मों के कैरेक्टर पवित्र होते थे। चुलबुल पांडे का कैरेक्टर आढ़ा-टेढा और ग्रे है। बहुत लंबे टाइम के बाद ऐसा पुलिस वाला आया है जो करप्ट भी है, लेकिन सबके दिल का हीरो भी है। इसलिए उस जॉनर से कंपेयर नहीं कर सकते।

'दबंग' वन का डायरेक्शन अभिनव कश्यप ने किया था। इसमें अरबाज हैं। क्या डिफरेंस रहा?
अरबाज मेरा भाई है, उससे मेरा कनेक्शन कमाल का है। कंफर्ट लेवल गजब का था। सीनियर डायरेक्टर के साथ काम करते हुए मुझे स्टेप डाउन करना पड़ता है। शूटिंग के दौरान सजेशन दूं और वो स्माइल कर दे या चुप रह जाए तो मुझे ऑकवर्ड लगता। जूनियर के साथ भी संभलकर रहना पड़ता कि कहीं यह न लगे कि जूनियर को दबा रहा है। लेकिन भाई के साथ ऐसी प्रॉब्लम नहीं है। उसके साथ अलग तरह के झगड़े होते हैं, लेकिन हम गले मिल कर सब ठीक कर लेते थे। इस फिल्म में खूब कपड़े फटे। लड़ते थे तो फिर डैड के पास जाते थे। वो उसकी तरफदारी करते थे जो सही होता था। कभी-कभी तीसरा व्यू देते थे तो और पंगा हो जाता था। लेकिन सब कुछ आखिर फिल्म की बेहतरी के लिए ही होता था। फिल्म के रिलीज होने के बाद अरबाज का कंपैरिजन अभिनव से जरूर होगा।

सलमान का हिट फॉर्म्युला क्या है?
सब वक्त की बात है। इसी सलमान ने एक के बाद एक फ्लॉप फिल्में भी दी हैं। उसके बाद हिट का दौर आया फिर फ्लॉप होती चली गईं। टाइम पर डिपेंड करता है। बस मैं थोड़ी मेहनत बढ़ा देता हूं। अब यह फैसला किया है कि यारी-दोस्ती में फिल्में नहीं करता, जिसमें मुझे मजा आए या जिसे मैं थिएटर पर देखने जाऊं वही फिल्म करता हूं।

आप अपने डांस स्टेप्स में कब तक एक्सपेरिंट करेंगे?
देखिए, रितिक रोशन बहुत अच्छा डांस करता है, लेकिन पूरा हिंदुस्तान उनके स्टेप्स कॉपी नहीं कर सकता। मेरे सिंपल स्टेप्स होते हैं जो बुजुर्ग से लेकर बच्चा भी कर सकता है। कमर या कॉलर पकड़कर, बेल्ट पकड़कर कोई भी डांस कर लेता है। लेकिन अब लगता है कि ये भी बहुत हो चुका है। अब कुछ और एक्सपेरिमेंट जरूर करूंगा।

'दबंग' की कितनी और सीक्वल बनाएंगे?
'दबंग-3' की स्क्रिप्ट 70 पर्सेंट तैयार है, लेकिन आपको बता दूं कि वह 'दबंग' का सीक्वल नहीं, प्रीक्वल होगा। उसमें यह दिखाया जाएगा कि चुलबुल कैसा बड़ा हुआ, पुलिसवाला कैसे बना। हालांकि उसके लिए 'दबंग-2' का चलना जरूरी है। यह चलेगी तभी आगे कदम बढ़ाऊंगा।

कितना टारगेट है, 200-300 करोड़?
जब भी फिल्म बनती है तो टेबल पर लॉस ही होता था। सिर्फ 'दबंग' में सोहेल ने 5 करोड़ के आसपास कमाए थे। सच कहूं तो 200-300 करोड़ हमने कभी नहीं देखे। जिस दिन से कॉस्ट नहीं निकाल सकूंगा या लॉस होना शुरू हो जाएगा, उस दिन मैं इंडस्ट्री से हट जाऊंगा। यह चिंता रहती है कि कॉस्ट ऑफ प्रॉडक्शन निकल जाए।

आप बीइंग ह्यूमन के अलावा अपना और भी ढेर सारा काम बढ़ाते जा रहे हैं। यह विरासत कौन संभालेगा?
आप घूम फिरकर यही पूछना चाहते हो कि मेरा बच्चा कब आएगा या मेरी शादी कब होगी। तो यह सुन लीजिए कि विरासत तो मेरा बच्चा ही आगे बढ़ाएगा। वह आएगा। जब भी आएगा तो वही काम संभालेगा। वैसे अरहान, निर्वाण और युवान भी मेरे बच्चे जैसे ही हैं।

हाल ही में चर्चा थी कि जब तक है जान के प्रीमियर के दौरान आपका शाहरुख खान से पैच अप हो गया।
यह अफवाह है और मैंने भी सुनी थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

पैच अप की कोई पॉसिबिलिटी है?
होने को तो कुछ भी हो सकता है।

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